इन लव विथ बिलियनेयर( कॉन्ट्रैक्ट मैरिज ) (भाग-34)
पिछले भाग में आपने पढ़ा था कि अवनी कॉरिडोर में बेहोश होकर गिर जाती हैं ....उसे गिरते हुए परी देख लेती है वो भागकर अवनी के पास जाती है और ऋषभ को बुलाने लगती है ,
अब आगे ,
परी की चिल्लाने की आवाज सुनकर ..फोन पर बात कर रहा ऋषभ घबराकर भागते हुऐ सीढियो पर जाता है और अवनी को नीचे बेहोश पड़ा देखकर .....वही बैठकर उसे होश में लाने की कोशिश करने लगता है ......इधर परी सबको जाकर बताती है कि अवनी बेहोश हो गई है तो विहान ,
विहान - (खुशी में 😍) मैं चाचू बनने वाला हु ......
( ये बात सुनकर तो सारे मम्मी पापा लोग भी खुश हो जाते है ...अनंत जी तो इतने खुश हो जाते है की अपने बटुए से 5000 हजार निकालकर विहान के हाथ में रख देते हैं.....
तभी परी रोना शुरू हो जाती है तो आदि उसे गोद में उठा लेता है......फिर सब लोग अंदर आते है और देखते है की नील भी अवनी को जगाने की कोशिश कर रहा.....ऋषभ पानी की बूंदे अवनी के आंखो पर छिड़कता है पर तब भी उसे होश नही आता है वो घबरा जाता है और अवनी को गोद में उठाकर...सीधे बाहर निकलकर कार में बैठता है और हॉस्पिटल के लिए निकल जाता है ...रास्ते में ही डाक्टर को कॉल कर देता है.......
दूसरी तरफ...अब सब लोग भी परेशान हो जाते हैं...सपना जी कहती है ,
सपना जी -( घबराकर ) मुझे नहीं लगता ..अवनी प्रेगनेंट है ...
निहारिका जी - मुझे भी ......
( सब लोग पीछे मुड़कर विहान को घूरने लगते हैं ......वो हैरानी से देखने लगता है.... तभी आनंद अपनी पगड़ी निकालकर खुशी के हाथ में रख देता हैं कहता हैं,
आनंद - मॉम ...मै भाई के पीछे जा रहा ....आप लोग ध्यान रखिएगा...
विहान -( परेशान होकर ) मै भी चलता हू ....
( दोनो जाने लगते है तो आदि ,नील ,देव भी सामने खड़े हो जाते हैं और उनके साथ जाने के लिए बोलते हैं.....फिर पांचों हॉस्पिटल के लिए निकल जाते है .....इधर परी का रो रोकर बुरा हाल होने लगता है ..तो सपना जी उसे रूम में ले जाकर सुलाने की कोशिश करती है ....बाहर सारे मेहमान जा चुके होते है ....श्वेता जी के कहने पर सब लोग वही हॉल में बैठ जाते ......
दूसरी तरफ,
ऋषभ जैसे ही हॉस्पिटल पहुंचता है .... डॉक्टर पहले से स्ट्रेचर और नर्स के साथ बाहर खड़ा होता है ...वो जल्दी से अवनी को लिटाते है और वार्ड रूम में ले जाकर डोर बंद कर देते है .....रूम के बाहर ऋषभ की पूरी हालत खराब हो रही होती है ..वो बार बार डोर के पास जाकर देखने ले कोशिश करता है की अंदर क्या हो रहा है ..... वो पूरे पसीने से भीग गया होता है ...तबतक सारे ब्वॉयज भी पहुंच गए होते है ...उन्हे देखकर तो ऋषभ अपने आंसुओ को नहीं रोक पाता है और आदि के गले लग कर कहता है ,
ऋषभ -( नम आंखों से ) मैं... मैं सच मे बहुत लापरवाह हो चुका है ...मुझे क्यों नही पता चला कि अवनी की तबियत ठीक नहीं है ....
आदि - ( उसकी पीठ सहलाते हुए ) ऋषभ ....उसमे तुम्हारी गलती नही है ... अवनी बस बेहोश हुई है ठीक हो जाएगी .....
आनंद - विहान - भाई प्लीज आप रोना बंद कर दो वरना हमें भी रोना आ जायेगा.....
( ऋषभ ...आदि से हटकर वही चेयर पर बैठ जाता है अपना माथा पकड़कर .....सब थोड़ी देर तक शांत रहते है ..देव पानी लाकर देता है ऋषभ को ..पर वो पीने से मना कर देता है ...उसकी नजर बार बार दरवाजे पर होती है ....तभी दरवाजा खोलकर डॉक्टर आता है तो ऋषभ भागकर उसके सामने खड़ा हो जाता है और कहता है,
ऋषभ -( घबरा कर ) डॉक्टर मेरी अवनी कैसी है ??
डॉक्टर -(ऋषभ को शांत करते हुए) अब वो ठीक है पर...
( बीच मे ही विहान )
विहान - ( खुश होकर ) भाभी प्रेगनेंट है ना ??
( ऋषभ पीछे मुड़कर विहान को हैरानी से देखने लगता है तो वो अपने मुंह पे उंगली रख लेता है .. तब डॉक्टर कहता है )
डाक्टर - सॉरी मिस्टर कश्यप ... मिसेज कश्यप प्रेगनेंट नही है पर ...
ऋषभ -( डाक्टर को पकड़कर ) पर ...पर क्या ???
नील - मिस्टर कश्यप .. आप डॉक्टर को बोलने तो दीजिए ...
( फिर ऋषभ शांत हो जाता है )
डॉक्टर - नींद की गोलियों के ओवरडोज के वजह से मिसेज कश्यप बेहोश हो गई थी ...अच्छा किया जो आप उन्हें समय पर हॉस्पिटल लाए वरना इनका नर्वस सिस्टम काम करना बन्द कर देता और इनकी यादस्त कमजोर हो जाती है .....
( ये सुनकर तो सब के सब हैरान हो जाते है ....ऋषभ अपनी जगह पर स्टैचू की तरह अकड़ जाता है ....आनंद उसे जोर जोर से हिलाता है और उसे होश में लाने के बाद कहता है )
आनंद - भाई ....भाभी नींद की गोलियां कबसे खा रही है ?
ऋषभ -( हड़बड़ा कर) डॉक्टर ऐसा हो ही नही सकता की अवनी नींद की गोलियां ले रही हो ...
डाक्टर - मिस्टर कश्यप ...हमे जांच में यही पता चला है बाकी अब मिसेज कश्यप ठीक है ..थोड़ी देर में उन्हें होश आ जायेगा....
( इतना कहकर डॉक्टर वहां से चला जाता हैं....सब सवालिया नजरो से ऋषभ को देखने लगते है तो वो कहता हैं...)
ऋषभ - मुझे सच मे नही पता की ..अवनी नींद की गोलियां क्यों खा रही थी ..
आनंद - भाई उस दिन हल्दी में भी भाभी को नींद आ रही थी ....
नील - मुझे भी नैंसी ने बताया था कि अवनी दीदी जबसे घर गई थी ..बीच में कई बार सो चुकी थीं....
आदि - अवनी भूलकर भी स्लीपिंग पिल्स नही ले सकती ....
विहान - ( ऋषभ से ) भाई ...कही ये काम वही लोग तो नही कर रहे ..जिन्होंने भाभी पर अटैक किया था....
ऋषभ - ये इंपॉसिबल है .....मेरे रहते घर में कोई भी नहीं आया ....
देव - आप जब घर पर नहीं थे...,तब तो हो सकता है..
आनंद - ( ऋषभ से ) भाई .....भाभी कबसे ज्यादा सोने लगी ??
ऋषभ - जबसे ये शादी के सारे फंक्शन शुरू हुए....
विहान - मैंने सीरियल्स में देखा है ....नींद की गोली.. खाने के किसी भी चीज में मिलाकर खिला सकते हैं...
आनंद -( मुसकुराते हुए ) तूने कबसे सीरियल्स देखना शुरू कर दिया .....
विहान -( घूरते हुए ) जब तू पूरा मजनू बना फिर रहा था और मै देवदास....
देव - ( हंसते हुए ) हां तो अब आप ट्विंकि दी के दास बन गए होंगे ...
( विहान ...देव को घूरते हुए कुछ कहने ही जाता है की नर्स आकर कहती हैं)
नर्स - मिसेज कश्यप को अब होश आ गया है ...आप लोग मिल सकते है ....
(ऋषभ ये सुनते ही खुश हो जाता है और कहता है )
ऋषभ - अंदर ..अवनी को कोई नही बताएगा कि वो बेहोश क्यों हुई ... मै उनसे खुद ही पूछ लूंगा ..ठीक है??
सब - ठीक है ..
आदि - मैं घर पर बता देता हु की सब ठीक है ...चिंता ना करे ...
( ऋषभ हम्म्म कहकर सभी लोगो के साथ अंदर आ जाता ...अवनी अभी भी बेड पर लेटी होती है ..उन सभी को अंदर आया देखकर वो उठने की कोशिश करती है तो सब भागकर उसकी मदद करने लगते हैं तो वो कहती है ,
अवनी -( हैरानी से) अरे मै उठ जाऊंगी ....रोज सुबह बेड से खुद ही उठती हु ..( अपना सर पकड़कर ) आह ..ऐसा लग रहा किसी ने हथौड़े से मारा है ....
आनंद - ( धीरे से ) नशा कर रही थी😂 .... दर्द हथौड़े वाला ही होगा ना ...
( ऋषभ उसे घूरता है तो वो मुस्कुराते हुए उसे देखने लगता है ....फिर अवनी कहती हैं)
अवनी - ये ...आप सब लोग मेरे कमरे में क्या कर रहे?
विहान -( देव से) मुझे लगता है भाभी अपनी यादास्त खो रही ....
देव -( विहान की तरफ देखते हुए..अवनी से पूछता है ) दीदी इस बंदे को जानती है ??
अवनी - अरे .. विहान देवर जी है.. ऐसे सवाल क्यों पूछ रहे ....( सबसे ) ये धीरे धीरे खुसुर फुसुर क्यों कर रहे आप लोग ......
ऋषभ - ये हमारा कमरा नही हॉस्पिटल है ...
अवनी - ( शांति से ) ओह हॉस्पिटल ...........( थोड़ी देर बाद हैरानी से ) क्या .... हम हॉस्पिटल में है ...( घबराकर ) किसकी तबियत खराब है .....
( आनंद और देव वही खड़े खड़े हंसने 😁लगते है तो विहान और नील दोनो को एक एक मुक्का पीठ पर लगा देते है .....दोनों उन्हे गुस्से में घूरते है और जाकर सोफे पर बैठ जाते है ....फिर ऋषभ कहता हैं)
ऋषभ -( अवनी को शांत करके ) हम हॉस्पिटल में है क्योंकि आप बेहोश होकर गिर गई थी .....अब आप ठीक है ओके ???
अवनी - ओह .….तभी मैं सोचू हमारा बेडरूम इतनी जल्दी चेंज कैसे हो गया ..... खैर मुझे क्या हुआ है ...मै बेहोश कैसे हो गई ??
( किसी के पास कोई जवाब नहीं होता है......सब शांत रहते है तो नील कहता है )
नील - दीदी ...आप वीक हो गई है ना ...इसलिए बेहोश हो गईं..( संतरा देते हुए ) अभी आप इसे खाइए ...अच्छा लगेगा ..
( अवनी संतरा के लेती है पर एक एक करके सबको सवालिया नजरो से देखती हु संतरा खाने लगती है ...और जैसे ही ऋषभ सोफे पर बैठने लगता है ...अवनी कहती है )
अवनी - एक मिनट ....
( ऋषभ भागकर उसके पास आ जाता है और कहता हैं)
ऋषभ - आप.... आप ठीक हो है ?
अवनी - ( ऋषभ से ) अरे आप इतने ज्यादा घबरा क्यों जा रहे है .....मुझे तो बस कुछ कहना था ?
ऋषभ -( खुद को शांत करके ) हां कहिए ...
अवनी -( खुश होकर ) मुझे शादी का खाना ..खाना है .
ऋषभ - अब ये शादी कौन है ???
विहान - ( धीरे से आदि से ) मुझे लगता है अब ऋषभ भाई अपनी सोचने समझने की श्रमता खो रहे ...
आदि - ( खुश होकर ) वाह ...तुम्हारी हिंदी तो गजब हैं....
विहान - थैंक्स ब्रो ..
( आनंद पीछे सोफे पर बैठे हुए हंसकर कहता है )
आनंद -( हंसते हुए ) भाई ये शादी ..आपकी कालेज वाली गर्लफ्रेंड शांति की तरह कोई इंसान नही है ......बल्कि भाभी मेरे शादी के खाने की बात कर रही.....
अवनी - ( खुश होकर ) सही पकड़े देवर जी ...
आनंद - अपुन हर चीज सही पकड़ता है .😎.....
विहान -( हंसते हुऐ ) सिवाय दिमाग के ....
( आनंद गुस्से में उठता है और रूम से बाहर निकलकर कहता हैं)
आनंद - थेंक्स गॉड अब मौका मिला ....
( आनंद फिर डॉक्टर के पास जाता है और अवनी के रूम के बाहर लगे कैमरे की फुटेज मांगता है तो डॉक्टर हैरानी से उसे देखने लगता है ..पर आनंद उसे समझाता है और उसके कान में कुछ कहता है तो डॉक्टर मुस्कुराते हुए फुटेज पेनड्राइव में दे देता है )
दूसरी तरफ....
( अवनी जिद पर अड जाती है की उसे अब घर जाना है तो ऋषभ कहता है )
ऋषभ - अब आप सो जाइए.... हम सुबह चल लेंगे ...
अवनी - ( गुस्से में 😣) मैं कितना सोऊ ...मेरा मन नही कर रहा अब ...
( फिर वो बेड से उठकर जाने लगती है तो ऋषभ उसका हाथ पकड़कर अपनी तरफ खींच लेता है और बाहों में भर लेता है तो नील कहता हैं)
नील - ( देव की आंखे बंद करके ) मिस्टर कश्यप .....पहले हमे बाहर जाने दीजिए....
( वो दोनो भाग जाते है ....विहान और आदि अपनी आंखो पर रूमाल बांधकर लड़ते ... लुढ़कते हुए दरवाजा खोलकर बाहर चले जाते है तो अवनी कहती है )
अवनी - ( घूरते हुए ) ऋषभ जी कुछ तो शर्म कीजिए......मैने उस दिन ऐसे ही छीछोरा कह दिया था….आप तो सच मे वैसी ही हरकत कर रहे ...
ऋषभ - हां हु छीछोरा .......बस खुश है आप ..
( इतना कहकर ऋषभ बाहर चला जाता है तो अवनी जाकर फिर से बेड पर बैठ जाती है और कहती हैं )
अवनी -( खुद से ही ) मैंने ज्यादा कह दिया क्या🙄 .... नही ...अब सबके सामने ऐसी हरकत करेंगे तो मैं क्या कह सकती हूं ....
( फिर वो लेटकर अपनी आंखे बन्द कर लेती है ....पर बार बार थोड़ी देर के लिए अपनी एक आंख खोलकर दरवाजे की तरफ देखती है की ऋषभ आ रहा या नही .....तभी उसे बीप की आवाज आती है तो वो देखती है की ऋषभ का फोन उसके बगल मे ही रखा हुआ है वो उसे उठाकर खोलती है और सामने स्क्रीन पर टिवंकी का मैसेज होता है की वो वापस जा रही है ....फ्लाइट में बैठ गई है .....अवनी हैरान हो जाती है और जल्दी से विहान को कॉल करके पूछती है की ,
अवनी - हैलो देवर जी कहा है आप?
विहान - मै ...मैं बस बाहर ही हु..क्या हुआ आप ठीक तो है...रुकिए मै आता हु ...
अवनी - अरे सुन.......
( उससे पहले ही विहान फोन कट कर देता है और भागते हुए दरवाजा खोलकर कहता हैं)
विहान - आप ठीक तो है भाभी .....
अवनी - ( गुस्से में ) आपके खानदान में ये बीमारी है क्या की पूरी बात सुने बिना ही कॉल कट कर देना ....
विहान -( हैरानी से ) क्या .??
अवनी - सॉरी... सॉरी कुछ नहीं...( आंखे बंद करके) ट्विंकी वापस गई ..
( ये सुनते ही विहान की हालत खराब हो जाती है वो सामने सोफे पर जाकर बैठ जाता है और अपना सर पकड़कर कहता है )
विहान - वो मेरे साथ ऐसा क्यों कर रही .....
अवनी - प्लीज आप अपसेट मत होइए ....
विहान - भाभी ..मुझे उनसे कई सवाल पूछने थे ...वो क्यों मेरा कॉल पिक नही करती ...क्यों बिना बताए चली गई ....
अवनी - टिवंकी आपसे प्यार करती है क्या?
( विहान कोई जवाब नही देता है और कमरे से बाहर चला जाता है ....अवनी फिर दुखी मन से ही टिवंकि को मैसेज करती है उसके बाद फोन रखकर ..लेट जाती है ...थोड़ी देर बाद ऋषभ और उसके साथ सब लोग अंदर आ जाते है तो वो कहती है )
अवनी - आप सब मुझे अकेला छोड़ कहा निकल लिए थे ?
( ऋषभ मुड़कर सबको घूरते हुए कहता है )
ऋषभ - मतलब मै जबसे बाहर गया हु ..तुम लोग अंदर नही आए ....
आनंद - वो ...वो मैं वॉशरूम गया था ...
आदि - यार ऋषभ हम सब बस बाहर खड़े थे .. हमे लगा अवनी सो रही होगी इसलिए नही गए...
अवनी - ( ऋषभ से ) सबको छोड़िए ..आप बताइए की आप कहा थे ??
( ऋषभ बैग खोलकर सारा खाना सामने टेबल पर रख देता है और कहता है )
ऋषभ - ये लीजिए ..... शादी का खाना ...
( अवनी उसे खुश होकर देखने लगती है की ये इतना दूर खाना लाने गए थे )
आनंद - वाह भाई वाह ये खुलेआम प्यार दिखा रहे आज तो मेरा दिन बन गया ...( झूठ में आंसू पोछतें हुए ) भगवान ये जोड़ी 100 जन्मों तक बनाए रखे ...
देव - 1000 जन्मों तक ....
आनंद -( देव के कान में ) तुम्हारे और संजना के बारे में सबको बता दू
देव - क्यों मरवाना चाहते हो जी जा जी ...
आनंद - 🤢 ये ...ये आनंद भैया बोल लो ......
देव - हम जी जा जी बोलेंगे ....( सभी लोगो से ) मै घर जा रहा हू ....कल सुबह सबसे मिलता हु ....
नील - हम कही नही जा रहे ..रुको अभी ...
विहान - कोई बात नही तुम लोग जाओ ...रात ज्यादा हो गई है ....
नील - मिस्टर विहान हम ठीक है .....
( फिर कोई कुछ नही कहता है ....अवनी टिफिन खोलकर खाना खाने लगती है ..... थोड़ा देर बाद विहान कहता है )
विहान - वैसे एक बात पूछूं .....
आनंद - हां ..
विहान - भाभी बेहोश होने के बाद भी प्रेगनेंट क्यों नही है ?
( ये सुनकर सब उसे हैरानी से देखने लगते है ...अवनी खाना खा रही होती है तो उसका खाना अटक जाता है वो तेज तेज से खासना शुरू हों जाती है ...ऋषभ उसे पानी पिलाता है और कहता है कूट डालो इसे .....सब उठकर जाने लगता है तो विहान कहता है )
विहान - सबको भाभी की कसम दे रहा ..अगर किसी ने मुझे छुआ तो ....
आदि - साले विहान चुप हो जा....
विहान - अरे यार मैंने गलत क्या बोला....सीरियल्स में देखा नहीं है क्या की ....शादी के बाद लड़की बेहोश हो जाती है और डॉक्टर बताता है की आप मां बनने वाली है हाय ...( अवनी से ) और भाभी मै चाचू कब बन रहा ??
आनंद - टीवी फोड़ दो इसका ...
ऋषभ -( गुस्से में ही ) इसे इसी टाइम पागल खाने में छोड़ कर आओ ....
( उसका गुस्सा देख सब हैरान से हो जाते है पर देव कहता है )
देव - एक मिनट ....संजना को भी कॉल कर देता हु ...
नील - इसे भी साथ ले जाइए .....
देव - हां हम सब चलते है .......😁मजा आयेगा ...
नील - तुम घर चलो ...
( नील फिर देव का कॉलर पकड़कर उसे खींचते हुए रूम से बाहर निकल जाता है ........अवनी खाना छोड़कर मेडिसिन लेती है और लेट जाती है ....आदि ,आनंद और विहान घर चले जाते है ....खुशी की विदाई की तैयारी के लिए ......ऋषभ वही सोफे पर लेट जाता है .....दोनो एक दूसरे से कुछ नही कहते है .....थोड़ी देर बाद अवनी अपने बेड पर ही उठ कर बैठ जाती है और कहती है ,
अवनी - आप देवर जी की बात पर इतने भड़क क्यों गए थे???
( ऋषभ का कोई जवाब नही मिलता है )
अवनी - आपको बेबी नही चाहिए क्या ?...फिर शादी क्यों की है ....
( उसे फिर से कोई जवाब नही मिलता है तो वो मायुस होकर सो जाती हैं....वही उसके सोने के बाद ऋषभ उठ जाता है और कहता है )
ऋषभ - भड़का नही था ...पर थोड़ा अजीब लगा ....और .( मुस्कुराते हुए ) बेबी ...वो तो मुझे एक नही पांच चाहिए...ताकि नेक्स्ट टाइम आपको झूठ ना बोलना पड़े .....
( फिर वो मुस्कुराते हुए सो जाता है .....)
अगली सुबह ...
अवनी और ऋषभ जल्दी ही हॉस्पिटल से निकल जाते है ...वो जैसे ही घर पहुंचती है निहारिका जी अवनी को पकड़कर गले लगा लेती है और कहती है ,
अवनी -( ऋषभ से ) तुम्हे तो इस बार मैं नहीं छोडूंगी ....
( ऋषभ थोड़ा पीछे खिसक जाता है और विहान को गुस्से में घूरने लगता है क्योंकि उसे पता चल गया होता है की घर में उसने बता दिया है ........अवनी मुस्कुराती हुई कहती है )
अवनी - मॉम मै ठीक हूं...और ये खुशी कहा है ..अरे मेरे मतलब मेरी देवरानी ...
खुशी -( पीछे से ही ) यही हु ऋषभ जी की रानी ...
( सब लोग हंसने लगते है तो ऋषभ मुड़कर दूसरी तरफ देखने लगता है ......फिर सब लोग विदाई करने के लिए तैयार हो जाते हैं......थोड़ी देर पहले जो खुशी हंस रही होती है ....अब तेज तेज रोना शुरू हो जाती हैं.....उसे देखकर आनंद कहता है )
आनंद -( ऋषभ की तरफ मुड़कर ) भाई मुझे कोई बचा लो ...मेरी हंसी नहीं कंट्रोल हो रही ...ये खुशी ऐसे क्यों रो रही .... हहाहा😂
( तभी उसकी पीठ पर मुक्का पड़ता है तो मुड़ते हुए कहता है )
आनंद - किसके मै इतनी हिम्मत .....मॉम आप
निहारिका जी - जाकर खुशी को चुप कराओ ...तुम हंस कैसे सकते हो .....
आनंद - मॉम ...मै कैसे चुप कराउ ...
सपना जी - जैसे संजना को चुप कराते थे....
( आनंद मुस्कुराते हुए जाता है और खुशी के गालों पर किस करके कहता है )
आनंद - खुशी जी प्लीज़ आप रोना बंद कीजिए वरना मेरी हंसी कंट्रोल नही होगी .....
( खुशी रोना बन्द करके आनंद को घूरने लगती है ....सब लोग वहां उन दोनों को मुस्कुराते हुए देखने लगते है तो श्रवण जी कहते है )
श्रवण जी - बेटा ...अपनी बेटी को मैंने हमेशा पलको पर बिठा कर रखा है ...बड़े नाजों से पाला है ...मेरी बेटी...
( आनंद बीच मे ही )
आनंद - पापा जी ..आपकी खुशी ...मतलब मेरी खुशी...
आपकी बेटी ..मतलब मेरी बेटी .....आपने नाजों से पाला ..मै भी पालूंगा ....
सपना जी - ( आनंद को हिलाकर ) क्या कह रहे हो आनंद बेटा ..
आनंद - अरे मै फिर से रिपीट नहीं करूंगा ....
खुशी - मैं आपकी बेटी हु ...🙄
आनंद - हाव...मैने कब कहा ..😐😆
खुशी - आप घर चलिए अच्छे से बताऊंगी ....
नैंसी - वाह दीदी वाह...अभी से जीजू को धमकी दे रही हो ...😂
खुशी - चुप रहो वरना बुआ को बोल दूंगी की इसको निपटा दो ..
नैंसी - दुश्मन ... दुष्ट बहन ...😐
खुशी - चल अब मूझसे गले मिल यार वरना मै चली .. .
नैंसी -( खुशी के गले लगकर ) अपने आनन्द बाबू की गली ....
( सबसे गले मिलने के बाद खुशी खुद ही जाकर कार में बैठ जाती है ...तो नैंसी कहती है )
नैंसी - ( श्वेता जी से ) मॉम देख रहे हो इसे कितनी जल्दी है ...😏
श्वेता जी - ( रोते हुए ) तुम्हे मै इतनी जल्दी भी जाने दूंगी...
( नैंसी ठीक है कहकर नील के बगल में खड़ी हो जाती है ....अंदर कार मे बैठकर खुशी रोना शुरू हो जाती है तो अंदर बैठकर कहता है )
आनंद - आप फिर से रोना शुरू हो गई ...ओह हो रुकिए एक मिनट ...
( आनंद फिर से खुशी को किस करता हैं ... वो रोना बन्द कर देती है तो आनंद कहता है )
आनंद - ओह हो इसका मतलब आपको किस चाहिए था इसलिए आप फिर से रोना शुरू हो गई ...😆
( खुशी ( मुस्कुराते हुए उसे हाथो से मारती हैं )और उसके गले लग जाती है .... कार फिर स्टार्ट होती है और दोनों निकल जाते है ......उनके बाद ऋषभ - अवनी भी सबसे मिलकर निकल जाते हैं....पीछे से सब लोग भी अपने अपने घर के लिए चले जाते है )
दूसरी तरफ ,
ऋषभ - अवनी जब घर पहुंचते है तो अवनी सीधे अपने कमरे में चली जाती है और ऋषभ ....किसी को कॉल करके सिक्रेटली पूरे घर में सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए कहता है ...उस दिन के लिए ऋषभ ने नौकरों और लिली को छुट्टी दे दी होती है .....ऊपर कमरे में जाता है तो देखता है की अवनी बैठकर लड्डू खाने जा रही ....वो उससे पूछता है )
ऋषभ - ये शादी के लड्डू है क्या ??
अवनी - नही ..मॉम ने दिए हैं...बहुत टेस्टी है ......
ऋषभ - मैं भी एक ले लू क्या ??
अवनी -( लड्डू का डब्बा दूर करके ) नहीं .... नहीं ये सिर्फ मेरे है ...
( ऋषभ फिर बेड पर चढ़कर ...अवनी के हाथ से डब्बा छीनने लगता है ..कभी उधर तो कभी इधर ....ऋषभ डब्बा अपनी तरफ खींच लेता हैं तो अवनी उसे गिराकर उसके ऊपर बैठ जाती है और कहती हैं )
अवनी - ये लड्डु सिर्फ मेरे है .....( घूरते हुए )
ऋषभ - ( आह ) आप कितनी मोटी हो गई है ... उठिए ..
अवनी - ( गुस्से में )मै और मोटी ..आपको तो मै अब छोडगी नही .....
( फिर वो ऋषभ का का हाथ पकड़ने जाती है तो ऋषभ अपना हाथ उठा लेता है और उसका हाथ अवनी के मिठाई के डब्बे से लगता है तो डब्बा अवनी के हाथ से छूटकर निचे गिर जाता है ...अवनी ( मुंह खोलकर ) मेरा लड्डु .....वो दुखी होकर ऋषभ के ऊपर से उठती और नीचे बैठकर अपने गिरे हुए लड्डू को देखने लगती है तो ऋषभ पीछे से कहता है ,
ऋषभ - अवनी जी .....
( अवनी गुस्से में पीछे मुड़ती है तो उसका लहंगा उसके पैर में फंस जाता हैं और वो ऋषभ के ऊपर दोनों हाथ रखे हुए गिर जाती है और इस चक्कर में दोनो का लिप टच हो जाता है ......दोनो एक दूसरे को लेटे हुए ही देखने लगते है ...पलके झपकना बंद हो गई होती है ....कुछ देर तक ऐसे ही रहते है .......तभी फोन की रिंगटोन बजती है तो अवनी को होश आता है और वो हड़बड़ा कर ऋषभ के गालों पर गलती से एक चाटा मारकर ....रूम से बाहर भाग जाती है ,....अवनी के जाने के बाद ऋषभ उठता है और गालों पर हाथ रखकर..फोन पिक करता है और कहता है ,
ऋषभ - ( धीरे से ) हां आनंद बोलो ...
आनंद - भाई आपकी आवाज को क्या हुआ ?( हैरानी से )
ऋषभ - गोली मारो आवाज को तुम बताओ क्या हुआ ?
आनंद - मुझे आप सबसे कल एक जरूरी बात करनी है ....
ऋषभ - मुझे भी .....
आनंद - और ये भी की कल शाम को हम लोग डलहौजी के लिए निकल रहे.....
( ऋषभ ठीक है कहकर फोन रख देता है )
_________________________
😐 ह
shweta soni
27-Jul-2022 06:40 AM
Bahut achhi rachana
Reply
क्रिया क्रिया
24-Apr-2022 08:38 PM
Nice
Reply
Art&culture
18-Apr-2022 09:43 PM
👍👍
Reply